सीमा पर हर वक्त रहेगी निगरानी पंचेश्वर में भी नेपाल एपीएफ की चौथी बीओपी खुली

झूलाघाट (पिथौरागढ़)

पंचेश्वर में खुली बीओपी

नेपाल ने जूलाघाट सीमा पुल पर भी अस्थायी चौकी खोली, जवान तैनात किए

भारत-नेपाल सीमा विवाद के बाद नेपाल ने भारतीय सीमा के पंचेश्वर के पास चौथी बीओपी को शुरू कर दिया है। बीओपी में एक निरीक्षक सहित 35 जवानों को तैनात किया गया है। बॉर्डर ऑब्जर्बेशन पोस्ट (बीओपी) बनने के बाद सीमा पर नेपाल की ओर से निगरानी तेज हो जाएगी।

नेपाल ने खलंगा, छांगरु और झूलाघाट के बाद पंचेश्वर के रोलघाट में भी बीओपी शुरू कर दिया है। सशस्त्र प्रहरी फोर्स के प्रहरी महानिरीक्षक हरिशंकर बूढाथोकी ने मंगलवार देर शाम पंचेश्वर पहुंचकर बीओपी शुरू होने की औपचारिक शुरुआत की।
इस अवसर पर उन्होंने नेपाली जवानों से कहा कि बीओपी बनने के बाद पंचेश्वर जलविद्युत परियोजना की सुरक्षा, भारत-नेपाल सीमा निगरानी, कस्टम से राजस्व प्राप्ति, तस्करी और अपराधों में कमी आएगी। इस अवसर पर एपीएफ गुल्म (बटालियन) के डीएसपी अमित सिंह ने बताया कि बीओपी में तैनात जवान हर समय महाकाली नदी के किनारे के घाटों पर गश्त करेंगे।
स्थायी बीओपी के लिए 15 नाली भूमि अधिग्रहित
पंचेश्वर में स्थापित बीओपी में स्थायी भवनों के निर्माण के लिए नेपाल सरकार ने 15 नाली भूमि को अधिग्रहित कर लिया है। यहां जल्द ही जवानों के रहने के लिए भवनों, बैरकों और कार्यालयों का निर्माण शुरू हो जाएगा। फिलहाल बीओपी में तैनात जवानों को किराए के मकानों में रखा गया है।

बीओपी की स्थापना से सीमा सुरक्षा बढ़ेगी। बैतड़ी में भारत सीमा पर 61 किमी का क्षेत्र है। वर्तमान में पूरे नेपाल में  सीमा पर 129 बीओपी हैं। भारत की सीमा से लगे क्षेत्रों में संख्या बढ़ाकर 500 करने की तैयारी कर  है। नेपाल से लगी सीमा पर भारत के 530 बीओपी हैं। नेपाल सरकार भी उसी अनुपात में बीओपी को जोड़ने की तैयारी कर रही है।
– मोहन राज जोशी, मुख्य जिलाधिकारी बैतड़ी।

नेपाल ने जूलाघाट सीमा पुल पर अस्थायी चौकी खोली, जवान तैनात किए
लॉकडाउन और सीमा विवाद के बाद नेपाल ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। नेपाल के जूलाघाट स्थित सीमा पुल पर अस्थायी चौकी खोलकर जवानों की तैनाती कर दी हैं।नेपाल सरकार भारत से लगने वाली सीमाओं पर पांच सौ से अधिक बीओपी बनाने की योजना अप्रैल में ही बना चुकी है।

इसमें से 125 से अधिक बीओपी पर शसस्त्र प्रहरी बल (एपीएफ ) के जवान तैनात किए जा चुके हैं। जूलाघाट में भी बीओपी पर एपीएफ के 25 जवान तैनात हो चुके हैं। पुल के पास शसस्त्र प्रहरी बल (एपीएफ ) का अस्थायी बंकर बन रहा है, जहां से जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा पुल पर के साथ ही सुरक्षा एजेंसियों पर नजर रख सकेंगे।

अभी तक यहां पर नेपाल प्रहरी के दो जवान, एक महिला कांस्टेबल और भंसार (कस्टम) के कर्मचारी तैनात रहते थे। लॉकडाउन की वजह से सीमा पुल 97 दिनों से बंद है। अंतरराष्ट्रीय सीमा खुलने के बाद नेपाल आने वाले लोगों के प्रति एपीएफ का क्या रवैया रहेगा, इस बारे में बाद में पता चलेगा।

एसएसबी के एक अधिकारी ने बताया कि नेपाल की ओर पुल के पास कुछ दिन पहले से जवानों के बैठने के लिए ढांचा बनते दिख रहा है। उस पार पुल के पास कुछ जवान भी तैनात हो चुके हैं। भारतीय क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही पुख्ता है। चौबीस घंटे सीमा की निगरानी की जा रही है।

 

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